72 हजार की भर्ती में 22 हजार पद हैं खाली : ज्यादा सीटों वाले जिले का ब्यौरा देखें
- प्रशिक्षु शिक्षकों के 50880 पद भरे
- रिक्त पदों को 15 अप्रैल तक भरने के निर्देश
- सबसे ज्यादा प्रगति बुंदेलखण्ड में
- श्रावस्ती रहा फिसड्डी
- और विशेष आरक्षण के पद भरने में है दिक्कत
लखनऊ। प्रदेश को नए शैक्षिक सत्र की शुरुआत में ही 50 हजार से ज्यादा प्रशिक्षु शिक्षक मिल चुके हैं। 72,825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती में 50,880 अभ्यर्थी कार्यभार ग्रहण कर चुके हैं। अब इस भर्ती में ज्यादातर आरक्षित वर्ग के पद ही खाली रह गए हैं। बुंदेलखण्ड में सबसे ज्यादा पद भर चुके हैं, तो वहीं बुनियादी शिक्षा में सबसे पिछड़ा जिला श्रवस्ती यहां भी पिछड़ गया है। यहां 900 में केवल 339 पद ही भरे हैं।आरक्षित वर्ग के पद ज्यादा खाली: बेसिक शिक्षा विभाग के सचिव एचएल गुप्ता ने मंगलवार को भर्ती प्रक्रिया की वीडियो क्रांफ्रेसिंग के माध्यम से समीक्षा की। इसमें ये तथ्य सामने आया कि ज्यादातर जिलों में अब भी नियुक्ति पत्र देने की प्रक्रिया चल रही है। अब इस भर्ती में ज्यादातर आरक्षित वर्ग के पद ही खाली रह गए हैं। इसमें भी अनुसूचित जनजाति व विशेष आरक्षण श्रेणी के रिक्त पद ज्यादा हैं।
- बुंदेलखण्ड में ज्यादा पद भरे
बुंदेलखण्ड में बांदा में 800 सीटों पर 607 अभ्यर्थी ज्वाइन कर चुके हैं, वहीं हमीरपुर में 300 पर 218, चित्रकूट में 250 में 176 अभ्यर्थी पढ़ा रहे हैं तो ललितपुर में भी 800 सीटों पर 693 अभ्यर्थी प्रशिक्षु शिक्षक बन चुके हैं। सबसे ज्यादा पदों वाले जिले लखीमपुर में लगभग 65 फीसदी भर चुके हैं तो सीतापुर में भी 70 फीसदी से ज्यादा सीटें भर चुकी हैं। बाराबंकी भी 75 फीसदी प्रशिक्षु शिक्षकों को ज्वाइनिंग दे चुका है।
- ज्यादा सीटों वाले जिले:-
जिला : रिक्त पद : ज्वाइन कर चुके शिक्षक
- लखीमपुर : 6000 : 3825
- सीतापुर : 6000 : 4326
- गोण्डा : 4000 : 2297
- हरदोई : 3000 : 2198
- गाजीपुर : 2400 : 1670
- बहराइच : 3600 : 2575
- इलाहाबाद : 1500 : 1141
- कौशाम्बी : 1000 : 529
- बरेली : 1400 : 753
सचिव ने सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देकर कार्यभार ग्रहण कराएं। वहीं, जहां फर्जी अभ्यर्थियों के मामले सामने आए , उनके खिलाफ एफआईआर कराई जाए। बलरामपुर में 25, सोनभद्र में 8 तो आजमगढ़ में 6 फर्जी अंकपत्र वाले अभ्यर्थी पकड़े गए।
खबर साभार : हिन्दुस्तान
परिषदीय स्कूलों में 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती में मंगलवार तक प्रदेश में 50880 चयनित अभ्यर्थी कार्यभार ग्रहण कर चुके हैं। सचिव बेसिक शिक्षा एचएल गुप्ता ने सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को 15 अप्रैल तक रिक्त पदों को भरने की कार्यवाही पूरी करने का निर्देश दिए हैं।
मंगलवार को वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती की समीक्षा करते हुए उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों और जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों के प्राचार्यों को चयनित अभ्यर्थियों द्वारा मुहैया कराए गए टीईटी-2011 के अंकपत्र का मिलान माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर उपलब्ध टीईटी-2011 के रिजल्ट से करने का निर्देश दिया है। यह भी कहा है कि यदि कोई चयनित अभ्यर्थी कार्यभार ग्रहण कर चुका है तो भी उसके टीईटी अंकपत्र का मिलान वेबसाइट पर उपलब्ध रिजल्ट से जरूर कर लिया जाए। यदि किसी अभ्यर्थी का अंकपत्र फर्जी पाया जाता है तो उसका अभ्यर्थन निरस्त कर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) को शिकायतें मिल रही हैं कि अंकपत्रों के सत्यापन में सतर्कता न बरते जाने से कई जिलों में फर्जी अंकपत्रों के जरिये अभ्यर्थी कार्यभार ग्रहण करने में कामयाब हुए हैं। बलरामपुर में 21, सोनभद्र में आठ, कन्नौज में तीन और आजमगढ़ में छह ऐसे मामलों की शिकायतें एससीईआरटी पहुंची हैं। इन शिकायतों के आधार पर एससीईआरटी निदेशक ने सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को ऐसे सभी मामलों की जांच कर सुसंगत कार्यवाही करने का निर्देश दिया है।
मंगलवार को वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती की समीक्षा करते हुए उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों और जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों के प्राचार्यों को चयनित अभ्यर्थियों द्वारा मुहैया कराए गए टीईटी-2011 के अंकपत्र का मिलान माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर उपलब्ध टीईटी-2011 के रिजल्ट से करने का निर्देश दिया है। यह भी कहा है कि यदि कोई चयनित अभ्यर्थी कार्यभार ग्रहण कर चुका है तो भी उसके टीईटी अंकपत्र का मिलान वेबसाइट पर उपलब्ध रिजल्ट से जरूर कर लिया जाए। यदि किसी अभ्यर्थी का अंकपत्र फर्जी पाया जाता है तो उसका अभ्यर्थन निरस्त कर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) को शिकायतें मिल रही हैं कि अंकपत्रों के सत्यापन में सतर्कता न बरते जाने से कई जिलों में फर्जी अंकपत्रों के जरिये अभ्यर्थी कार्यभार ग्रहण करने में कामयाब हुए हैं। बलरामपुर में 21, सोनभद्र में आठ, कन्नौज में तीन और आजमगढ़ में छह ऐसे मामलों की शिकायतें एससीईआरटी पहुंची हैं। इन शिकायतों के आधार पर एससीईआरटी निदेशक ने सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को ऐसे सभी मामलों की जांच कर सुसंगत कार्यवाही करने का निर्देश दिया है।
72 हजार की भर्ती में 22 हजार पद हैं खाली : ज्यादा सीटों वाले जिले का ब्यौरा देखें
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
7:00 AM
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