बेसिक शिक्षा मंत्री बोले, कई भ्रष्ट बीएसए हैं निशाने पर, विभाग में होता है निलंबन-बहाली का खेल, महकमे में भ्रष्टाचार, जमे जमाये बीईओ जल्द हटेंगे, शिक्षकों के स्कूल न जाने के लिए अधिकारी हैं जिम्मेदार
बेसिक शिक्षा का जिम्मा संभाल रहे अहमद हसन कहते हैं कि यह बहुत बड़ा महकमा है। इसके लिए उन्हें बहुत कम वक्त मिला है। फिर भी कुछ ही महीनों में एक बात समझ गए हैं कि इस महकमे में भ्रष्टाचार बहुत है। वह कहते हैं कि शिक्षक स्कूल नहीं जाते तो इसके लिए अफसर भी जिम्मेदार हैं। खंड शिक्षा अधिकारी और बीएसए की मिली भगत से ही भ्रष्टाचार होता है। कई ऐसे भ्रष्ट अफसर उनके निशाने पर हैं। साथ ही दो साल से लंबे समय से एक ही जगह टिके ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर (BEO) के तबादले किए जाएंगे। प्रमुख संवाददाता दीप सिंह ने बेसिक शिक्षा मंत्री से ऐसे ही कई मुद्दों पर बात की।
🔴 निजी स्कूलों की वसूली और मनमानी से अभिभावकों से राहत देने के लिए क्या कर रहे हैं?
🔵 यह एक बड़ा मुद्दा है। जल्द ही योजना बनाकर उस पर काम किया जाएगा। इस मुद्दे पर बोलने की बजाय कुछ करके दिखाएंगे।
🔴 सरकारी वेतन लेने वालों को सरकारी स्कूलों में ही पढ़ाने के कोर्ट के आदेश का पालन कब तक करवाएंगे?
🔵 कोर्ट का आदेश अपनी जगह है लेकिन मकसद यही है कि स्कूलों की हालत सुधरे। उसके लिए हम लगातार काम कर रहे हैं। सभी को कॉपी, किताब और भोजन तो मुफ्त दिया ही जाता है। हमारी सरकार पहली बार फल भी देने जा रही है। हम इन स्कूलों का स्तर प्राइवेट के बराबर लाएंगे। इसके लिए काम चल रहा है। कई योजनाएं तैयार हो रही हैं।
🔴 आरटीई के तहत 25 फीसदी गरीब बच्चों को निजी स्कूलों में दाखिला दिलवाने के लिए क्या करेंगे?
🔵 कोर्ट के कई आदेशों सहित कुछ तकनीकी अड़चनें हैं। उन्हें दूर करने के लिए काम किया जा रहा है। हम दो स्तर पर काम कर रहे हैं। पहला तो यह कि निजी स्कूलों के साथ सरकारी स्कूलों का स्तर भी अच्छा करने पर हमारा ध्यान है। दोनों पक्षों की समीक्षा की जा रही है।
🔴 केंद्र भी गरीब बच्चों की फीस पर आने वाले खर्च की प्रतिपूर्ति सर्व शिक्षा अभियान के तहत करने को तैयार है तो आप क्यों नहीं कोई ठोस काम करते?
🔵केंद्र सरकार तो लगातार बजट कम करती जा रही है। लेकिन हम काम कर रहे हैं। गरीब और अमीर, सभी के बच्चों को पढ़ाने के लिए हमारी सरकार काम करेगी।
🔴 क्या वह दिन आएगा, जब लोग बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ाएंगे?
🔵 मैं खुद इन्हीं स्कूलों में पढ़ा। उसके बाद इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में बीए में टॉप किया। पुलिस अफसर बना और आज यहां तक पहुंचा। शिक्षकों से भी मैंने इस बारे में बात की तो कुछ चीजें निकलकर आईं। मैंने कहा अब तो शिक्षकों की भी कमी नहीं है। हां, कहीं शिक्षक बहुत कम हैं तो कहीं बहुत ज्यादा। सभी स्कूलों में शिक्षकों की संख्या बराबर कर देंगे। इसके लिए कई साल बाद अंतरजनपदीय तबादले भी हम करने जा रहे हैं। सुविधाएं हम दे ही रहें हैं। मॉनिटरिंग की भी सख्त व्यवस्था की जाएगी।
🔴 इस भ्रष्टाचार को रोकेंगे कैसे?
🔵अब कार्रवाई शिक्षक पर ही नहीं होगी। शिक्षक स्कूल नहीं जाते तो कार्रवाई खंड शिक्षा अधिकारी(बीईओ) और बीएसए पर भी होगी। कुछ बीएसए तो ऐसे हैं जिनको मैं जानता हूं। जल्द ही एक्शन दिखेगा। ऐसे खंड शिक्षा अधिकारी हैं जो 10-10 साल से एक ही सीट पर जमे हैं। भ्रष्टाचार का खेल यहीं से शुरू होता है। दो साल से एक सीट पर जमे बीईओ को हटाया जाएगा। भ्रष्ट बीएसए को चिन्हित करके डायट भेजा जाएगा। अच्छे बीएसए को जिलों में तैनाती मिलेगी। शिक्षकों के भुगतान 30 अप्रैल तक करने के निर्देश दे दिए हैं।
🔴 स्वास्थ्य महकमे में सुधार के लिए आपने अस्पतालों का खूब निरीक्षण किया। अभी वह तेजी यहां क्यों नहीं दिख रही?
🔵 अभी बहुत कम वक्त हुआ है, लेकिन मैंने काफी कुछ समझा है। इंटीरियर में ऐसे स्कूल भी हैं, जहां शिक्षक जाते ही नहीं। उनकी प्रैक्टिकल प्रॉब्लम भी है। लेकिन यह भी सच है कि शिक्षक ही गलत नहीं हैं। खंड शिक्षा अधिकारी और बीएसए की मिलीभगत के बिना तो कोई गलत काम हो नहीं सकता। विभाग में निलंबन-बहाली का खेल चल रहा है। समय पर वेतन नहीं दिया जाता। और भी बहुत से खेल चल रहे हैं। भ्रष्टाचार को हर हाल में खत्म किया जाएगा।
🔴 शिक्षा में सुधार के लिए क्या प्लानिंग है?
🔵 समय बहुत कम समय मिला है। एक साल में जो हो सकता है, उस हिसाब से योजना तैयार की है। वैसे तो हमारी सरकार ने जिस तरह से काम किए हैं, हम दोबारा भी आएंगे। बहुत बड़ा विभाग है। हमने कुछ महत्वपूर्ण काम किए हैं। बड़े पैमाने पर शिक्षकों की भर्तियां कीं। शिक्षा मित्रों को शिक्षक बनाकर बड़ा काम किया। जिन शिक्षकों को पेंशन नहीं मिल रही थी, उन्हें हम मई से नई पेंशन भी देने जा रहे हैं।
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