यूपी में बेसिक शिक्षा की प्रगति सराहनीय : वृन्दा स्वरूप
- गुणवत्ता से किसी भी स्तर पर समझौता नहीं : वृन्दा
- विद्यालयों का करना होगा मूल्यांकन : पार्थ सारथी सेन
लखनऊ। केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय में अपर सचिव सुश्री वृन्दा स्वरूप ने यूपी में बेसिक शिक्षा की प्रगति की सराहना की और कहा कि फस्र्ट जनरेशन लर्नर को शिक्षित करने के लिए 15 वर्ष से ज्यादा काम हो चुका है। अब हमें शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने और स्कूलों से बच्चों के ड्राप आउट को रोकना होगा। सुश्री स्वरूप गोमतीनगर के इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में शैक्षिक नियोजन एवं प्रशासन पर शिक्षाधिकारियों की दो दिवसीय राज्य स्तरीय संगोष्ठी के समापन सत्र के सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि ब्लाक से लेकर निदेशक स्तर पर सभी को शिक्षा में सुधार और गुणवत्ता बढ़ाने में बेहतर कार्य करने की आवश्यकता है, इसके लिए किसी भी स्तर कर समझौता नहीं हो सकता है। उन्होंने प्रदेश के अफसरों को केन्द्र की शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न योजनाओं में भरपूर मदद का भी आश्वासन दिया। इसके पहले शिक्षाधिकारियों के बीच उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक पार्थ सारथी सेन शर्मा ने शिक्षा प्रबंधन में चुनौतियां विषय पर प्रस्तुतीकरण किया गया। उन्होंने शिक्षा के समक्ष विद्यमान चुनौतियों पर विस्तार से प्रकाश डाला ओैर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार, शिक्षकों की नियमित भर्ती, शिक्षक प्रशिक्षण की व्यवस्था, प्रशिक्षण कैडर की अलग से व्यवस्था, शिक्षकों की तैनाती में पारदर्शी पण्राली, विद्यालय मूल्यांकन की व्यवस्था तथा कार्यक्रमों के लिए धन की व्यवस्था पर फोकस किया। रोल आफ लीडरशिप इन एजूकेशन पर सत्र में पैनल र्चचा की गयी, इसमें एलपी पाण्डेय, सेवानिवृत्त शिक्षा निदेशक (मा), सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह निदेशक एससीईआरटी, अवध नरेश शर्मा निदेशक सीमैट, बीके पान्डा न्यूपा नई दिल्ली ने हिस्सा लिया और नेतृत्व की चुनौतियां का सामना करने के बारे में विस्तार से विचार रखे। इस मौके पर शिक्षा के क्षेत्र में अनूठा काम करने वाले लोगों की प्रस्तुतियों को भी रखा गया, इनमें इलाहाबाद के जिला विद्यालय निरीक्षक महेन्द्र सिंह यादव ने विद्यालय प्रबन्धन में प्रधानाध्यापक एवं खण्ड शिक्षा अधिकारियों की भूमिका, झांसी मण्डल की संयुक्त निदेशक सुश्री गीता अग्निहोत्री ने क्षमता संवर्धन में बीआरसी तथा सीआरसी की भूमिका का सुदृढ़ीकरण जिला स्तरीय शिक्षा प्रबन्धन में नवाचार विषय पर सुश्री ललिता प्रदीप, प्राचार्य, डायट लखनऊ, मण्डलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक महेन्द्र सिंह राणा तथा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मुजफ्फरनगर कौस्तुभ कुमार सिंह ने प्रस्तुतीकरण दिया। मण्डलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक बस्ती रमेश ने शिक्षा अधिकारियों के कार्यक्षेत्र की कठिनाइयां एवं चुनौतियां तथा प्रशिक्षण की आवश्यकता पर प्रस्तुतीकरण दिया। तीसरे सत्र में राज्य परियोजना निदेशक सर्व शिक्षा अभियान श्रीमती अमृता सोनी ने विद्यालय प्रबन्ध समिति की आवश्यकता, चुनौतियों तथा उसकी भूमिका को लेकर विचार रखे और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार में इस समिति के योगदान कर उल्लेख किया। शिक्षा क्षेत्र में राज्य स्तरीय प्राथमिकता के बिन्दुओं पर अपर शिक्षा निदेशक (मा) डीबी शर्मा ने प्रजेन्टेशन दिया। संगोष्ठी के समापन सत्र में न्यूपा नई दिल्ली की सुश्री नजमा अख्तर, प्रमुख सचिव सुनील कुमार ने भविष्य में भी संगोष्ठी कराये जाने पर जोर दिया। अंत में न्यूपा की डा. मोना सेडवाल ने सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
(साभार-:-राष्ट्रीय सहारा)
(साभार-:-राष्ट्रीय सहारा)
यूपी में बेसिक शिक्षा की प्रगति सराहनीय : वृन्दा स्वरूप
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
4:11 PM
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