अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर यानि 6 दिसंबर को सार्वजनिक छुट्टी पुनः घोषित : जयंती पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने की घोषणा
- अंबेडकर के निर्वाण दिवस पर सार्वजनिक अवकाश
- बाबा साहब की जयंती पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने की घोषणा
बाबासाहब डॉ.भीमराव अंबेडकर के निर्वाण दिवस पर मायावती सरकार की ओर से घोषित सार्वजनिक अवकाश को सत्ता में आने के बाद रद करने वाली अखिलेश सरकार को अब एक बार फिर संविधान के निर्माता महापुरुष की याद आई है। मंगलवार को बाबा साहब की जयंती के मौके पर मुख्यमंत्री ने छह दिसंबर को अंबेडकर के निर्वाण दिवस पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है।
अंबेडकर महासभा परिसर में यह एलान करते हुए मुख्यमंत्री ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों और वंचितों को सम्मानजनक स्थान दिलाने के लिए बाबा साहब के प्रयासों की सराहना की। पूर्ववर्ती मायावती सरकार ने सत्ता मे आने के बाद बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम की जयंती पर 15 मार्च को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की थी जो पहली बार 2008 में लागू हुआ। इसके बाद मायावती सरकार ने अंबेडकर और कांशीराम दोनों के निर्वाण दिवस पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किए। वर्ष 2009 से अंबेडकर के निर्वाण दिवस पर छह दिसंबर और कांशीराम के निर्वाण दिवस पर नौ अक्टूबर को सार्वजनिक होने लगे। यह व्यवस्था 2011 तक चली। सत्ता में आने पर अखिलेश सरकार ने इन तीनों सार्वजनिक अवकाशों को खत्म कर दिया था, लेकिन अगले विधानसभा चुनाव में दलित वोटों में सेंधमारी के मद्देनजर वह अंबेडकर के निर्वाण दिवस पर अवकाश घोषित करने के लिए मजबूर हुई है।
अंबेडकर महासभा परिसर में यह एलान करते हुए मुख्यमंत्री ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों और वंचितों को सम्मानजनक स्थान दिलाने के लिए बाबा साहब के प्रयासों की सराहना की। पूर्ववर्ती मायावती सरकार ने सत्ता मे आने के बाद बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम की जयंती पर 15 मार्च को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की थी जो पहली बार 2008 में लागू हुआ। इसके बाद मायावती सरकार ने अंबेडकर और कांशीराम दोनों के निर्वाण दिवस पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किए। वर्ष 2009 से अंबेडकर के निर्वाण दिवस पर छह दिसंबर और कांशीराम के निर्वाण दिवस पर नौ अक्टूबर को सार्वजनिक होने लगे। यह व्यवस्था 2011 तक चली। सत्ता में आने पर अखिलेश सरकार ने इन तीनों सार्वजनिक अवकाशों को खत्म कर दिया था, लेकिन अगले विधानसभा चुनाव में दलित वोटों में सेंधमारी के मद्देनजर वह अंबेडकर के निर्वाण दिवस पर अवकाश घोषित करने के लिए मजबूर हुई है।
लखनऊ (डीएनएन)। यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर उनके अस्थिकलश स्थल पर पुष्प अर्पित कर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस मौके पर श्री यादव ने बाबा साहब के परिनिर्वाण दिवस यानि 6 दिसंबर के दिन सार्वजनिक छुट्टी किए जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने समाज में आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों एवं वंचितों को सम्मानजनक स्थान दिलाने के लिए डॉ. अंबेडकर द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए उनके परिनिर्वाण दिवस छह दिसंबर पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की। श्री यादव ने डॉ. अंबेडकर महासभा परिसर में अपने संबोधन में कहा कि बाबा साहब के बताए मार्ग पर चलकर ही समाज में गैर बराबरी को समाप्त किया जा सकता है और समाज के सभी वर्गों की आर्थिक तरक्की सुनिश्चित की जा सकती है। इस अवसर पर राजनीतिक पेंशन मंत्री राजेंद्र चौधरी, समाज कल्याण मंत्री अवधेश प्रसाद एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा अंबेडकर महासभा के पदाधिकारी मौजूद थे।
अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर यानि 6 दिसंबर को सार्वजनिक छुट्टी पुनः घोषित : जयंती पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने की घोषणा
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
6:57 AM
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