उर्दू शिक्षक काउंसिलिंग पर शासन की नजर, सीटें भरने के लिए एक के बाद एक अब तक तीन काउंसिलिंग, शासन एवं परिषद की इस तेजी पर अन्य भर्तियों के युवा हैं हैरान
इलाहाबाद : प्राथमिक स्कूलों के लिए 3500 उर्दू शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पूरी होने की ओर है। सारी सीटें भरने के लिए एक के बाद एक अब तक तीन काउंसिलिंग कराई जा चुकी है। साथ ही इस नियुक्ति पर शासन भी गंभीर है, सो पल-पल की जानकारी वहां भेजी जा रही है। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव संजय सिन्हा ने सभी जिलों से पूरा ब्योरा तलब किया है, ताकि शासन को अवगत कराया जा सके।
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में उर्दू सहायक अध्यापकों की भर्ती चल रही है। शासन ने पांच जनवरी को बेसिक शिक्षा विभाग को इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किया। जनवरी माह से ऑनलाइन आवेदन लिए गए और पंजीकरण, आवेदन एवं आवेदन पत्र में संशोधन की प्रक्रिया 15 फरवरी तक चली, इसके बाद पहले चरण की काउंसिलिंग फरवरी में ही कराई गई। इसमें बड़ी संख्या में आवेदक पहुंचे। ज्ञात हो कि करीब दस हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन किया था। परिषद ने जल्द ही सभी जिलों से इस संबंध में रिपोर्ट मंगाकर भर्ती के सापेक्ष खाली सीटों की जानकारी ली और दूसरी काउंसिलिंग कराई।
इसमें अधिकांश सीटें भर गईं, लेकिन एससी व एसटी की बड़ी संख्या में सीटें खाली थीं। ऐसे में तीसरी काउंसिलिंग भी कराई गई। यह पूरा होते ही परिषद सचिव ने सभी जिलों से रिपोर्ट मांगी है, ताकि शासन को इससे अवगत कराया जाए। माना जा रहा है कि इसमें भी जो सीटें खाली होंगी, वह आगे चलकर सामान्य वर्ग की सीटों में तब्दील होंगी और उसके सापेक्ष काउंसिलिंग कराई जाएगी। शासन एवं परिषद की इस तेजी पर अन्य भर्तियों के युवा हैरान हैं, उनका कहना है कि 72 हजार शिक्षकों की भर्ती में इस तरह की तेजी नहीं दिखाई गई।
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