समाजवादी पेंशनरों के बच्चों का 31 मई तक नामांकन, स्कूलों में उपस्थिति व सेहत की चिंता को तय होगी जिम्मेदारी साल भीतर साक्षरता व् स्वास्थय के लिए होगी जिम्मेवारी
लखनऊ : समाजवादी पेंशन पाने वालों के घरों के बच्चों को स्कूल भेजना सुनिश्चित करने के साथ 35 वर्ष आयु तक के निरक्षरों को साल भीतर पढ़ना-लिखना सिखाया जाएगा। मुख्य सचिव आलोक रंजन ने इसके साथ स्कूलों में उपस्थिति व सेहत की चिंता के लिए जिम्मेदारी निर्धारित करने के निर्देश दिये हैं।
सभी जिलाधिकारियों, मंडलायुक्तों के साथ बेसिक शिक्षा विभाग के सचिव और बाल विकास एवं पुष्टाहार व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिवों को जारी आदेश में मुख्य सचिव ने कहा है कि समाजवादी पेंशन योजना प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली योजना है। वर्ष 2015-16 में इस योजना से लाभान्वित परिवारों के छह से 14 वर्ष आयु वर्ग वाले सभी बच्चों को स्कूल पहुंचाना सुनिश्चित किया जाए। इन परिवारों के 15 से 35 वर्ष आयु के निरक्षर व्यक्तियों का सर्वेक्षण कर उन्हें एक वर्ष के भीतर साक्षर बनाया जाए। इसके लिए सर्वेक्षण 31 मई तक पूरा कर लिया जाए।
31 मई तक ही सभी प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों व शिक्षकों का डेटा उपस्थित मॉड्यूल में अपलोड कर दिया जाए। ऐसा न होने पर संबधित बेसिक शिक्षा अधिकारी व खंड शिक्षा अधिकारी का व्यक्तिगत उत्तरदायित्व निर्धारित कर कार्रवाई की जाएगी। मुख्य सचिव ने कहा है कि टीकाकरण व संस्थागत प्रसव से संबंधित विवरण भी अविलंब अंकित कराए जाएं। 115 मई तक यह काम पूरा करने पर स्वयं जिलाधिकारी नजर रखें। ऐसा न होने पर संबंधित जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारी व ब्लाकों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी की जवाबदेही होगी।
वित्तीय वर्ष 2014-15 में समाजवादी पेंशन पाने वाले सभी लाभार्थियों का सर्वेक्षण कराने के निर्देश देते हुए कहा गया है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी लाभार्थी अपने द्वारा बताए गए पते पर रहते हों। निर्धारित पते पर न रहने वाले किसी भी व्यक्ति को 2016-17 में पेंशन का भुगतान न किया जाए। ऐसा पाए जाने पर संबंधित जिला समाज कल्याण अधिकारी की जिम्मेदारी तय कर गलत भुगतान की वसूली उनके वेतन से की जाएगी।
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