दो सौ रुपये में कितनी अच्छी ड्रेस बनेगी? : बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री वसीम अहमद शाह
संसू, भीटी (अंबेडकरनगर) : प्राथमिक शिक्षा की बदहाल स्थिति पर बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री वसीम शाह से 'दैनिक जागरण' ने बातचीत की। इस दौरान मंत्री ने खुद ही सवाल कर डाला, दो सौ रुपये में कितनी अच्छी ड्रेस बनेगी? उन्होंने एमडीएम योजना की बदहाली का ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ा। उनसे बातचीत के प्रमुख अंश- (खबर : साभार दैनिक जागरण )
► प्राथमिक शिक्षा के गिरते स्तर के लिए किसे जिम्मेदार मानते हैं?
☻ केंद्र की कांग्रेस व सूबे की पूर्ववर्ती बसपा सरकार जिम्मेदार है। रिकार्डो में तो प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था को हाइटेक करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च दिखाए गए हैं, लेकिन जमीनी हकीकत उससे इतर है।
► क्या शिक्षकों की कमी इसके लिए जिम्मेदार नहीं है?
☻ पूर्ववर्ती बसपा सरकार ने अपने 10 वर्षो के कार्यकाल में बेसिक शिक्षा विभाग को सिर्फ चूसने का काम किया है। शिक्षकों की भर्ती के नाम पर करोड़ों रुपये लूटकर खजाने को खोखला कर दिया है। एक भी शिक्षक की भर्ती नहीं हो सकी। ट्रांसफर-पोस्टिंग के नाम पर अधिकारियों व शिक्षकों की जेबों पर मंत्रियों ने डाका डाला।
► आपकी सरकार नौ माह का कार्यकाल पूरा कर चुकी है, फिर भी बेसिक शिक्षा विभाग में सुधार के कोई कदम नहीं दिख रहे हैं?
☻ ऐसा नहीं है, सरकार इस मसले पर गंभीर है। कैबिनेट की बैठक में सुधार की योजनाओं को मंजूरी मिल चुकी है। शीघ्र ही भर्ती कर शिक्षकों की समस्या दूर कर दी जाएगी।
►एमडीएम के चूल्हे ठंडे हैं। बच्चों को घटिया किस्म के ड्रेस दिए जा रहे हैं। क्या आपकी जवाबदेही नहीं है?
☻ जवाबदेही केंद्र सरकार की है। एमडीएम के लिए कनवर्जन कॉस्ट केंद्र सरकार देती है। यह धनराशि केंद्र सरकार से विलंब से प्राप्त हो रहा है। वह भी कई बार पत्राचार करने के बाद। प्रति छात्र 200 रुपये ड्रेस के नाम पर दिया जा रहा है। महंगाई के इस दौर में 200 रुपये में ड्रेस कितना अच्छा होगा? प्रति छात्र कम से कम 500 रुपये मिलें तो कुछ बात बनें।
► विद्यालयों में घटती छात्र संख्या के लिए किसको कारण मानते है?
☻ जो शिक्षक हैं भी वे पढ़ाना नहीं चाहते। वे अपने नैतिक कर्तव्यों से हट गए हैं। अभिभावक अच्छी शिक्षा न मिल पाने के कारण अपने बच्चों को नर्सरी, मांटेसरी विद्यालयों में भेजने को मजबूर हैं।
दो सौ रुपये में कितनी अच्छी ड्रेस बनेगी? : बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री वसीम अहमद शाह
Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी
on
8:06 AM
Rating:
2 comments:
mantri ji 17140/18150 ke vishay me july me Basic Siksha Mantri ke dwara diye gaye ashwashan ka kya hua.Aap bhi bus dusro ko dosh de rahe hai.
Moallimo ko noukri dene ke naam par sarkar kab tak lolypop dikhati rahegi , aur rotiya sekti rahe gi, kahi mayawati ki tarah abki samajwadi sarkar ka lok sabha election se safaya na ho jae.
Post a Comment