बीटीसी की बढ़ेंगी सीटें, 376 निजी कालेजों को मिलेगी संबद्धता, अब हर साल 81 हजार बीटीसी प्रशिक्षु निकलेंगे
इलाहाबाद : प्रदेश भर के बीटीसी कालेजों में और सीटें बढ़ने जा रही हैं। शासन ने कुछ माह पहले ही करीब साढ़े सात हजार सीटें बढ़ाई हैं और अब फिर 19 हजार और सीटें बढ़ने जा रही हैं। परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने 376 निजी कालेजों के लिए सारी तैयारियां कर ली हैं, सिर्फ शासन को संबद्धता जारी करने के लिए औपचारिक पत्र जारी करना है। माना जा रहा है कि इस पर जल्द ही औपचारिक मुहर लग जाएगी।
बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में शिक्षक बनने के लिए पहले सिर्फ जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) ही केंद्र रहे हैं। 2012 सत्र से निजी कालेजों को संबद्धता पहली बार मिली उसके बाद से बीटीसी प्रशिक्षुओं की सीटें लगातार बढ़ती जा रही हैं। महज कुछ वर्षो में ही डायट की अपेक्षा कई गुना प्रशिक्षु निजी कालेजों से निकल रहे हैं। यह स्थिति तब है जब परिषद के स्कूलों से हर साल सेवानिवृत्त होने वाले शिक्षकों की तादाद 15 से 20 हजार के बीच है। ऐसे में बड़ी संख्या में युवाओं को परिषद के स्कूलों में शिक्षक बनने का मौका नहीं मिलेगा, उन्हें निजी कालेजों की ओर ही जाना पड़ेगा। इस तथ्य से शिक्षा विभाग के अफसर भी वाकिफ हैं, फिर भी निजी कालेजों को संबद्धता बांटने की रफ्तार धीमी नहीं पड़ रही है।
बीटीसी के सत्र 2015-16 के लिए कुछ माह पहले की करीब 153 निजी कालेजों को संबद्धता दी गई है उसके बाद आए आवेदनों पर वरिष्ठ अफसर फिर गंभीर हुए हैं और निर्देश के बाद परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने नए निजी कालेजों को भी संबद्धता देने की औपचारिकताएं पूरी कर दी हैं, अब केवल शासन से उन पर मुहर लगना शेष है। माना जा रहा है कि इसके बाद प्रदेश में हर साल डायट व निजी कालेजों से करीब 81 हजार बीटीसी प्रशिक्षु निकलेंगे।
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